बॉलीवुड में संगीत केवल कहानी का हिस्सा नहीं, बल्कि खुद एक कहानी है।
प्रारंभ में, संगीत भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत पर आधारित था। नौशाद और एस.डी. बर्मन जैसे संगीतकारों ने आत्मीय धुनें रचीं।
लता मंगेशकर और मोहम्मद रफ़ी जैसी आवाजें घर-घर गूंजने लगीं।
1970 के दशक में आर.डी. बर्मन ने पश्चिमी धुनों को बॉलीवुड संगीत में घोलते हुए नयापन लाया।
1990 के दशक में ए.आर. रहमान ने भारतीय और वैश्विक संगीत का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत किया, जिससे बॉलीवुड संगीत ने अंतरराष्ट्रीय पहचान प्राप्त की।
आज, पारंपरिक प्रेम गीतों से लेकर हिंदी-इंग्लिश रैप तक, संगीत के विविध रंग देखने को मिलते हैं।
फिर भी, एक बात स्थिर है—बॉलीवुड संगीत हर भाव को आत्मा से छूने की ताकत रखता है।