खेलों की दुनिया में, आप खेल को कैसे खेलते हैं, यह अक्सर इस बात से ज़्यादा मायने रखता है कि आप जीतते हैं या हारते हैं। खेलभावना (स्पोर्ट्समैनशिप) वह नैतिक और मूल्य आधारित सोच है जो प्रतिस्पर्धी माहौल में व्यवहार को दिशा देती है। इसका मतलब है—न्यायपूर्ण खेल, विरोधियों का सम्मान, जीत में विनम्रता और हार में संयम।
अच्छी खेलभावना जीवन के लिए अनमोल पाठ सिखाती है। यह खिलाड़ियों को अपने प्रतिद्वंदियों, कोच और अधिकारियों का सम्मान करना सिखाती है। साथ ही यह जवाबदेही और ईमानदारी जैसे मूल्यों को बढ़ावा देती है, जो खेल से बाहर, काम और रिश्तों में भी बहुत काम आते हैं।
ऐसे अनेक उदाहरण हैं जो बेहतरीन खेलभावना को दर्शाते हैं—जैसे टेनिस खिलाड़ियों का खुद अपनी गलती स्वीकार करना या फुटबॉल खिलाड़ियों का घायल विरोधी को उठाने में मदद करना। ये क्षण दिखाते हैं कि चरित्र अक्सर अंतिम स्कोर से कहीं अधिक महत्वपूर्ण होता है।
हर स्तर—बच्चों, शौकिया या पेशेवर खेलों—पर खेलभावना को बढ़ावा देना एक अधिक सम्मानजनक और सहानुभूतिपूर्ण खेल संस्कृति के निर्माण में मदद करता है।